KYC Full Form also know Real means in Bank

बैंकिंग हर देश की एक ऐसी वित्तीय व्यवस्था है, जो देश को सुचारू रूप से चलाने में बेहद उपयोगी होती है, आज हम उसी की एक योजना जो Know your customer (KYC) की बात करने वाले है, जेसा की अपने बताया है की kyc full form is Know your customer है, हिंदी में इसे अपने ग्राहक को जानो से व्यक्त कर सकते है |

KYC एक Identification योजना है, जो भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा शुरू की गयी थी | इससे वह अपने ग्राहकों की पुष्टि कर सकती है | इस योजना की बदोलत आज पुरे विश्व में बैंकिंग की धोखाधड़ी का पता लगाना आसान हुआ है, और अब वित्तीय धोखाधड़ी के मामले भी कम हुए है |

 kyc full form

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Know your customer जो kyc full form है, हिंदी में kyc means अपने ग्राहक को जानो भी कहते है | वेसे तो भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा शुरू की गयी हर योजना ग्राहकों के लिए बहुत ही फायदे मंद होती है, परन्तु इस योजना के तहत भारतीय रिजर्व बैंक अपने ग्राहकों की पुष्टि करती है,

जिससे किसी ग्राहक के साथ अगर धोखाधड़ी होती है, तो धोखाधडी करने वाले व्यक्ति का पता लगाया जा सकता है. इससे आतंकवादी गतिविधियों को कम करने में भी काफी असानी हुयी है |

kyc means

अभी अगर नया अकाउंट खोला जाता है तो अभी kyc के तहत एक फॉर्म में निम्न डिटेल देनी होती है |

1. Applicant Name

2. Applicant Father Name

3. Identity Card

4. Address Proof

5. PAN Card

6. Stamp Size Photograph

KYC कितने प्रकार के होते हैं?

KYC के तीन प्रकार होते हैं:

  1. सामान्य KYC – यह आमतौर पर बैंक, बीमा कंपनियों और अन्य वित्तीय संस्थाओं द्वारा निर्धारित पहचान पत्र (ID proof) और पता (address proof) के आधार पर होता है।
  2. बैंकिंग KYC – इस प्रकार का KYC बैंकों द्वारा अपनी सेवाओं के लिए आवश्यक होता है। इसमें सामान्य KYC के अतिरिक्त आपके बैंक खाते से जुड़े विवरण भी होते हैं।
  3. e-KYC – यह ईंटरनेट बैंकिंग और मोबाइल बैंकिंग के जरिए किए जाने वाले KYC होते हैं जो ऑनलाइन तरीके से पूरे होते हैं। इसमें आपको किसी संस्था या बैंक में जाने की जरूरत नहीं होती।

केवाईसी से क्या फायदा?

KYC (Know Your Customer) का उपयोग विभिन्न लेनदार निकासी संस्थाओं द्वारा ग्राहकों की पहचान की पुष्टि करने के लिए किया जाता है। इससे संस्थाएं अपनी सुरक्षा को सुनिश्चित करती हैं और उन्हें उनके ग्राहकों के साथ संबंधित सभी आवश्यक जानकारी उपलब्ध होती है।

केवाईसी के फायदे निम्नलिखित होते हैं:

  1. संस्था द्वारा वास्तविक ग्राहकों की पहचान की पुष्टि होती है जिससे उनकी सुरक्षा सुनिश्चित होती है।
  2. ग्राहकों की सही जानकारी उपलब्ध होने से संस्थाएं उन्हें बेहतर सेवाएं प्रदान कर सकती हैं।
  3. यह आपके खाते को हेक्टिक और संदिग्ध लेनदार निकासी से सुरक्षित रखता है।
  4. KYC के माध्यम से, आप निजी लोन, क्रेडिट कार्ड और अन्य वित्तीय सेवाओं के लिए आवेदन कर सकते हैं।

मोबाइल से KYC कैसे करे?

मोबाइल से KYC करने के लिए आपको अपने बैंक के ऑफिसियल एप्लिकेशन का उपयोग करना होगा। आप बैंक की वेबसाइट या गूगल प्ले स्टोर से उस एप्लिकेशन को डाउनलोड कर सकते हैं।

जब आप एप्लिकेशन को डाउनलोड करेंगे, तो उसे ओपन करें और अपने बैंक खाते का चयन करें। आपको अपने बैंक खाते के लिए आधार कार्ड विवरण, पैन कार्ड विवरण और अन्य विवरण जमा करने के लिए कहा जाएगा। इसके बाद, आपको एक OTP भेजा जाएगा, जिसे आपको एप्लिकेशन में डालना होगा।

OTP दर्ज करने के बाद, आपको KYC पूरा करने के लिए दिए गए निर्देशों का पालन करना होगा। आपको अपने सेल्फी और आधार कार्ड के साथ फोटो लेना होगा और अन्य विवरण भी जमा करने होंगे।

इस प्रक्रिया के बाद, आपके बैंक खाते का KYC पूरा हो जाएगा।

केवाईसी में कौन कौन से कागज लगते हैं?

KYC के लिए आमतौर पर निम्नलिखित कागजात की आवश्यकता होती है:

  1. आधार कार्ड: आधार कार्ड एक आधिकारिक दस्तावेज है जो आपकी पहचान और पते की पुष्टि करता है।
  2. पैन कार्ड: पैन कार्ड एक अन्य आधिकारिक दस्तावेज है जो आपकी आय की पुष्टि करता है।
  3. बैंक खाता विवरण: आपके बैंक खाते के विवरण जैसे खाता संख्या, खाता धारक का नाम, बैंक का नाम और ब्रांच आदि की आवश्यकता होती है।
  4. पासपोर्ट आकार की फोटो: आपकी एक पासपोर्ट आकार की फोटो भी आवश्यक होती है जो आपकी पहचान की पुष्टि करती है।

यह सभी आवश्यक दस्तावेज व्यक्ति के पहचान को सुनिश्चित करते हैं और KYC प्रक्रिया को पूरा करने में मदद करते हैं।

बैंक खाते में केवाईसी नहीं करने पर क्या होता है?

बैंक खाते में केवाईसी नहीं करने से बैंक आपको अपने खाते से जुड़ी सेवाओं या सुविधाओं का उपयोग करने से रोक सकता है। यदि आप अपने खाते में लंबे समय तक केवाईसी नहीं करते हैं तो बैंक आपके खाते को निष्क्रिय दर्ज कर सकता है। इसका मतलब है कि बैंक आपको अपने खाते से जुड़ी सभी सुविधाओं जैसे ATM कार्ड, नेट बैंकिंग या मोबाइल बैंकिंग के जरिए वित्तीय संचार जैसे जमा या निकासी के लिए उपलब्ध नहीं कराएगा।

इसलिए, बैंक खाते में केवाईसी न करने से बचना बेहद महत्वपूर्ण है। आपको अपने बैंक खाते की स्थिति का निरीक्षण करना चाहिए और यदि आपको केवाईसी करने की जरूरत होती है, तो उसे समय-समय पर करते रहना चाहिए।

केवाईसी कब तक वैध है?

केवाईसी की वैधता अलग-अलग बैंकों द्वारा निर्धारित की जाती है। आमतौर पर, केवाईसी की वैधता एक साल की होती है, इसके बाद आपको इसे नवीनीकरण के लिए अपने बैंक में जमा करना होता है।

वैधता समय आपके बैंक खाते के प्रकार पर भी निर्भर करता है। कुछ बैंक अपने खाताधारकों के लिए वैधता की अवधि बढ़ाने की सुविधा प्रदान करते हैं, जबकि कुछ अन्य बैंकों में केवाईसी अपवादों के साथ अवधि में कमी हो सकती है।

इसलिए, यदि आप अपने बैंक खाते की केवाईसी नवीनीकरण के बारे में संदेह हो तो आप अपने बैंक से संपर्क कर सकते हैं और उनसे वैधता की अवधि और नवीनीकरण के नियमों के बारे में पूछ सकते हैं।

क्या हम बिना केवाईसी के पैसे जमा कर सकते हैं?

नहीं, आमतौर पर आप बिना केवाईसी के पैसे अपने बैंक खाते में जमा नहीं कर सकते हैं। आपको बैंक शाखा में जाकर केवाईसी जमा करनी होगी ताकि आप अपने खाते में पैसे जमा कर सकें।

केवाईसी जमा करने के लिए आपको बैंक शाखा में जाने की आवश्यकता होती है और अपने बैंक खाते की जानकारी, जैसे खाता संख्या, नाम और पता देना होगा। इसके अलावा, आपको अपने पहचान पत्र की जरूरत होगी, जो आपके पासपोर्ट, आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड या ड्राइविंग लाइसेंस जैसे कुछ आधिकारिक दस्तावेजों में से किसी एक का हो सकता है।

इसलिए, केवाईसी बैंक खाते में पैसे जमा करने के लिए आवश्यक है और यह आपके खाते को सुरक्षित रखने में मदद करता है।

कैसे पता चलेगा कि केवाईसी हो गया है?

जब आप बैंक शाखा में केवाईसी जमा करते हैं, तो बैंक कर्मचारी आपको एक रसीद देंगे जिसमें आपका केवाईसी जमा किया गया होगा। इस रसीद में आमतौर पर निम्नलिखित जानकारी होती है:

  • जमा की गई राशि
  • जमा की तारीख और समय
  • जमा करने वाले व्यक्ति के नाम और खाते क्रमांक
  • केवाईसी जमा करने वाली शाखा का नाम और शाखा कोड

इस रसीद को सुरक्षित रखें जिससे आप बाद में इसका उपयोग कर सकें। आप अपने बैंक खाते का बैलेंस चेक करके भी जान सकते हैं कि क्या आपने केवाईसी जमा कर दी है। इसके अलावा, आप अपने बैंक शाखा से भी पूछ सकते हैं कि क्या आपने केवाईसी जमा कर दी है।

KYC बनाने में कितना समय लगता है?

KYC के लिए समय आवश्यकताओं की अधिकता बैंक और आपकी व्यक्तिगत जानकारी पर निर्भर करती है। अलग-अलग बैंकों द्वारा अलग-अलग प्रकार के दस्तावेजों और जानकारियों की आवश्यकता होती है।

जब आप अपने बैंक में KYC कराने जाते हैं, तो बैंक के कर्मचारी आपकी जानकारी की सत्यापन के लिए आपके दस्तावेज जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आईडी कार्ड आदि की जांच करते हैं। आमतौर पर, KYC प्रक्रिया दो से तीन दिनों में पूरी हो जाती है, लेकिन इसमें कुछ बैंकों में और समय लग सकता है, विशेष रूप से जब आपके पास सही दस्तावेज नहीं होते हैं।

आप अपने बैंक शाखा के आस-पास किसी भी समय क्यूसी (Queue) में लग सकते हैं और KYC कराने के लिए आवेदन कर सकते हैं। इसके अलावा, अधिकतर बैंकों के पास ऑनलाइन KYC ऑप्शन भी होता है जिसमें आप अपने खुद के पैसे वाले खातों को ऑनलाइन KYC कर सकते हैं। ऑनलाइन KYC प्रक्रिया भी समय कम लेती है।

अंतिम पक्तिया

वेसे दोस्तों full form of kyc या kyc full form तो एक सिंम्पल लाइन थी, जो हमने लेख के सुरुआत में बता दी थी, परन्तु पोस्ट को थोडा उपयोगी बनाने के लिए हमने कुछ अन्य बाते भी शामिल की है,

अगर आपको kyc meaning in hindi में कुछ और जनन हो तो हमें जरुर बताये, आशा करते है आपको ये  kyc documents meaning वाला पोस्ट पसंद आएगा,

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