अक्सर ये देखा जाता है कि भारत मे माता पिता अपने बच्चे की शिक्षा के लिए कौनसा बोर्ड चुने इसके लिए परेशानी का सामना पड़ता है तो आइए आज हम जानते है isce के बारे में जो कि केंद्रीय शिक्षा बोर्ड है । आज हम ICSE Full Form in Hindi English jo Indian certificate of secondary education है उसके बारे में चर्चा करेंगे|
निजी गैर सरकारी शिक्षा बोर्ड है। इसका मुख्यालय नई दिल्ली में है। सभी राज्यो के अलग अलग शिक्षा बोर्ड होते है जो अपने राज्य तक सीमित होते है तथा फिर आते है सेंट्रल बोर्ड isce और cbse.
आइये icse के बारे में थोड़ी जानकारी लेते है ।
ICSE Full Form
भारतीय माध्यमिक शिक्षा का भारतीय प्रमाण पत्र (आईसीएसई) भारतीय स्कूल प्रमाणपत्र परीक्षा के लिए परिषद द्वारा आयोजित एक परीक्षा है, भारत में एक निजी शिक्षा बोर्ड है। यह नई शिक्षा नीति 1986 (भारत) की सिफारिशों के अनुसार, अंग्रेजी के माध्यम से, सामान्य शिक्षा के पाठ्यक्रम में एक परीक्षा प्रदान करने के लिए डिजाइन किया गया है।
यह भारत में प्रतिष्ठित बोर्डों में से एक है। icse board की परीक्षा का माध्यम अंग्रेज़ी है। सिर्फ icse बोर्ड से सम्बंधित विद्यार्थियों को ही इसकी परीक्षा के लिए अनुमति दी जाती है ।
icse board में सब्जेक्ट्स – इनको 3 भागो में बता गया है।
1ग्रुप 1 . compulsory subjects (अनिवार्य विषय) – इंग्लिश, हिस्ट्री, सिविक्स, जियोग्राफी और इंडियन लैंग्वेज ।
2.ग्रुप 2 – गणित, विज्ञान, पर्यावरण विज्ञान, कृषि विज्ञान, कंप्यूटर विज्ञान, वाणिज्यिक अध्ययन, तकनीकी ड्राइंग, अर्थशास्त्र, एक आधुनिक विदेशी भाषा, एक शास्त्रीय भाषा।
( ग्रुप 2 में से कोई भी 2 विषय चुन सकते है )
3. ग्रुप 3 – कंप्यूटर अनुप्रयोग, आर्थिक अनुप्रयोग, वाणिज्यिक अनुप्रयोग, गृह विज्ञान, कला, कला प्रदर्शन, कुकरी, फैशन डिजाइनिंग, शारीरिक शिक्षा, योग, तकनीकी ड्राइंग एप्लीकेशन । ( ग्रुप 3 में से कोई भी 1 विषय चुन सकते है )
•icse शिक्षा के माध्यम में केवल अंग्रेज़ी भाषा का प्रयोग करती है और इसपर जोर देती है। जिससे छात्र अंग्रेज़ी में बहुत अच्छे हो जाते है जिससे उनको आगे बहुत फायदा मिलता है।
•यह आंतरिक आकलन पर ज्यादा जोर देती है बोर्ड ये मानता है की अपनी रुचि के अनुसार ही विषयो का चयन करना चाहिए। बहुत अधिक मात्रा में विषय होने पर छात्र के पास अधिक विकल्प मौजूद होते है।
•icse बच्चों के मानसिक विकास को ज्यादा महत्व देता है।
•icse विदेशो के शिक्षा मानको द्वारा मान्यता प्राप्त बोर्ड है।जिससे छात्र विदेशो में भी अपना फ्यूचर बना सकते है। तथा अंग्रेज़ी माध्यम होने पर उन्हें ज्यादा परेशानी भी नही होती है।
•jee और pmt के लिए भी isce का सिलेबस बहूत अच्छा माना जाता है।
•icse borad अभी नया पाठ्यक्रम है इसलिए छात्रों की संख्या इसमे ज्यादा नही है।
•isce प्रमाण पत्र दुनिया भर के स्कूल कॉलेजों द्वारा स्वीकार्य है यह उन माता पिता के लिए बेहतर है जिन्हें विदेशो में शिफ्ट होना चाहते है।
•icse पाठ्यक्रम संतुलित होता है जिससे छात्रों का समग्र विकास के लिए अच्छा माना जाता है ।
•छात्रों के विश्लेषात्मक कौशल के लिए यह बोर्ड काफी उपयोगी है।
•छात्रों के अंतराष्ट्रीय स्तर पर अच्छा प्रदर्शन करने के लिए icse बोर्ड काफी फायदेमंद है।
•आमतौर पर icse, cbse से ज्यादा मुश्किल माना जाता है। क्योकि icse में cbse से ज्यादा subjects होते है। और इसका सिलेबस भी थोड़ा हार्ड होता है।
•आईसीएसई पाठ्यक्रम विशेष रूप से उन छात्रों के लिए महत्वपूर्ण है, जो विदेशों में उच्च शिक्षा पसंद करते हैं। जीईई, टोफ़ेल और जीमैट जैसे परीक्षाएं बहुत मौखिक क्षमता परीक्षण कर रही हैं। आईसीएसई पाठ्यक्रम व्याकरण की पढ़ाई और छात्र की शब्दावली बढ़ाने के लिए बहुत तनाव दिया जाता है इसलिए, आईसीएसई को उन छात्रों द्वारा पसंद किया जाता है जो भविष्य की शिक्षा के लिए विदेश जाना पसंद करते हैं।
•icse में टैलेंट सर्च प्रोग्राम और स्कालरशिप के माध्यम बहुत कम होते है। इसलिए छात्रों इसमें रुचि भी कम लेते है।
Verdict on icse meaning
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धन्यवाद।