OPD अस्पताल का नाम आते ही हमे अक्सर OPD नाम सुनाई देता है पर जानकारी नहीं होती है। तो आइए हम जानते है आज opd के बारे में जिसके बारे में जानकारी होना जरूरी है अगर कभी अस्पताल का काम होता है तो इस जानकारी से हमे बहुत लाभ होगा। OPD Full Form in Hindi बाह्र्य रोगी विभाग होतः है तथा OPD Full Form in English Out Patient department होता है ।
OPD Full Form
स्पस्ट है की full form of opd Out Patient department होता है, आपको इस पोस्ट में हम इससे जुड़े कुछ महत्वपूर्ण जानकारिय भी बता रहे है जो आपके देनिक जीवन में काम आ सकती है इसलिए पूरा पढे,
अस्पताल में opd मरीज और अस्पताल के कर्मचारियों के बीच एक सबसे पहला संपर्क बिंदु होता है। अस्पताल में रोगी को सबसे पहले ओपीडी में आना पड़ता है फिर यहां जांच परीक्षण के बाद ये निर्णय होता है कि रोगी को किस वार्ड में इलाज के लिये भेजना चाहिए।
outpatient department (बाह्य रोगी विभाग)-
एक ऐसा मरीज विभाग जो अस्पताल में भर्ती होने से पूर्व मरीज का निरीक्षण करके उसकी बीमारी के अनुसार इलाज़ के किये वार्ड में भर्ती करने का निर्णय लेता है। यहा वार्ड में भर्ती करने से पूर्व एक विशेष डॉक्टरों की टीम लगी हुई होती है जो मरीजो के इलाज के किये लगे हुए होते है। अस्पताल उन रोगियो के इलाज और देखभाल के लिए लगे रहते है।
अस्पताल में भर्ती होने से पहले बाहरी रोगियो के रूप में उपचार दिया जाता है । जहा उन प्राथमिक उपचार दिया जाता है। opd में हर अंग के हिसाब से अलग अलग डिपार्टमेन्ट बने होते है जैसे गला नाक कान आदि।
पंजीकरण होने के बाद विभाग के कर्मचारी उसको रोग के अनुसार उससे रिलेटेड डॉक्टर के पास भेजते है। अलग अलग अंग के वार्ड की वजह से भीड़ भी नियंत्रित रहती है और वहाँ व्यवस्था बनाये रखने के लिए पुलिस भी लगी रहती है जो स्थिति नियंत्रित रखती है। You can read about Official website of webmail too.
OPD
आमतौर पर opd अस्पताल के अंदर प्रवेश करते ही बनाया जाता है जिससे मरीज को परेशानी न हो और यह पार्किंग सुविधा भी आसपास होती है और न चल पाने वाले लोगो के लिए स्ट्रेचर, व्हील चेयर की भी सुविधा होती है। opd को कई सेक्शन में बांटा जाता है जैसे neurology gynecology orthopedics और general medicine.
सबसे पहले मरीज को reception desk पर पंजीकरण करना होता है तथा अपना number आने तक इंतज़ार करना होता है। फिर अपने रोग के हिसाब अलग अलग डॉक्टर और डिपार्टमेन्ट होते है जो रोग का इलाज कर उपचार देते है। हर डॉक्टर के पास अलग परामर्श केंद्र होता है जिसके पास थोड़ी जगह होती है जहाँ पर मरीज का इलाज होता है तथा उनके रोग के अनुसार जांच जरूरी हो तो लिखी जाती है वरना उनको दवाई लिखकर दे दी जाती है।
opd उन रोगियों के लिए design किया गया है जिने admit होने की जरूरत नही होती है पहले रोगी की बीमारी का पता लगाया जाता है । फिर इलाज़ किया जाता है । जांच के लिए opd के पास ही x ray pharmacy laboratories होती है। जहाँ हर प्रकार की जांच उपलब्ध होती है।
24 घण्टे के अंदर जो भी इलाज़ होता है वो यह हो जाता है ज्यादा तबियत खराब हो तो उनको icu में भर्ती किया जाता है । यहां बस नार्मल उपचार होता है। ज्यादा गंभीर हालत होने पर तुरंत emergency में भेज दिया जाता है । यहां की जांच पड़ताल के बाद अगर लगे के और इलाज़ की जरूरत है तो उसे अस्पताल में भर्ती किया जाता है वरना घर पर आराम की सलाह दी जाती है।
OPD service —
1. consultation chambers- यह opd का एक हिस्सा होताहै जहा रोगी को इलाज़ सम्बधी, खान पान की सलाह विशेषग्यों द्वारा दी जाती है।
2. examination rooms – यह वह भाग होता है जहा रोगियो की जांच की जाती है जिससे उनकी बीमारी का पता लगाया जा सके ।
3.diagnostics – यह एक collection Department होता है जहां रेडियोलोजी जीव विज्ञान और हर प्रकार के sample इकट्ठे किये जाते है ।
4.pharmacy- यहा पर रोगियो को दवाइयां दी जाती है ।
full form of opd Verdict
आशा करता हु के आपको opd के बारे में ये पोस्ट पसन्द आया होगा और अगर आपके पास इससे रिलेटेड कोई सुझाव या जानकारी हो तो आप कमेंट बॉक्स में share कर सकते है।
Thankyou.