दोस्तों भारत में pulses को बहुत ही ज्यादा पसंद किया जाता है, आज भी जब ठंडा या बारिश का मौसम हो जाये तो आमतौर पर लोग अपने घरो में pulses recipes ही बनाते है| भारत में ये बहुतायत में पायी जाती है और इसकी बहुत सारी किस्मे है जो पुरे भारत में पसंद की जाती है| जब आप pulses list बनाओगे तो आपको पता चलेगा की कितनी किस्मे है|
वेसे भारत में मसालेदार व्यंजनों का बोलबाला रहता है, उसमे भी मसाले दार दाल फ्राई सबसे ज्यादा मशहुर है| ये भी अलग अलग प्रान्तों में अलग अलग तरह की पसंद की जाती है उदाहरण के लिए दिल्ली में दाल मखणी जिसमे उड़द की दाल काम में ली जाती है उसी तरह राजस्थान हरी दाल या मूंग दाल पसंद की जाती है|
Pulses
दाले एक प्रकार के बीज होते है जिनको यहाँ के किशान लोग अपने खेतो में उगाते है| ये सामान्यतया छोटे छोटे दानो के आकार की होती है लेकिन कुछ दाले जेसे चना दाल आदि थोड़ी अकार में थोड़ी बड़ी होती है|
The United Nations Food and Agriculture Organization recognizes (FAO) ने दालो के 11 प्रकार बताये है जिनके नामे ये है Pigeon peas, lentils, Bambara beans, dry peas, vetches, dry beans, dry broad beans, chickpeas, lupins, nescow peas आदि है|
pulses meaning in hindi
Pulses को हिंदी में दाले कहते है|
Pulses name List with pulses images
दालो में प्रोटीन की मात्र भी खूब होती है तथा पोषण के लिए भी अति आवश्यक भोजन है| इसलिए डॉक्टर और एक्सपर्ट्स भी दालो का नियमित सेवन करने का बोलते है| बच्चो को भी दाल उबालकर उसका पानी पिलाया जाता है| यहाँ पर भारत में खायी जाने सभी प्रसिद्ध दालो के नाम और उनकी फोटो है :-
1. Green Gram – मूंग दाल
ये India में सबसे अधिक पसंद किये जाने वाली दाल है जो मुख्य रूप से राजस्थान में पैदा होती है,
मूंग दाल, जो मूंग की दाल भी कहलाती है, भारतीय उपमहाद्वीप में प्रचलित एक अहार है। इसे समस्त भारत में उपलब्ध होता है और इसे विभिन्न तरीकों से तैयार किया जाता है।
मूंग दाल में उच्च मात्रा में प्रोटीन, फाइबर, आयरन, विटामिन ए और विटामिन सी होता है। इसके अलावा, इसमें कम मात्रा में फैट होता है जो इसे एक स्वस्थ विकल्प बनाता है।
मूंग दाल को समस्त भारत में एक स्वादिष्ट व्यंजन के रूप में उपयोग किया जाता है। इसे दाल और चावल के साथ सेव किया जाता है, और इसे सूप या सब्जी के रूप में भी तैयार किया जाता है। इसके अलावा, मूंग दाल की खीर एक लोकप्रिय मिठाई है जो दाल, दूध, चीनी, खोपरा और नारियल के तेल से तैयार की जाती है।
2. Chickpeas – छोला
पंजाब और Delhi में इसको सबसे ज्यादा पसंद किया जाता है.
छोला या छोले भारतीय उपमहाद्वीप में प्रचलित एक व्यंजन है। यह बेसन और छोले के मसाले के साथ बनाया जाता है। इसमें अलग-अलग तरह के मसाले जैसे धनिया, जीरा, लाल मिर्च पाउडर, अमचूर आदि का इस्तेमाल किया जाता है।
छोले को अक्सर भात, पूरी या भटूरे के साथ परोसा जाता है। यह एक शाकाहारी विकल्प भी होता है। छोले में उच्च मात्रा में प्रोटीन, फाइबर, आयरन और विटामिन सी होता है। छोलों में विटामिन बी के भी कुछ अंश होते हैं।
इसके अलावा, छोले में प्रतिरक्षाक्षमता बढ़ाने वाले गुण होते हैं जो शरीर को सुरक्षित रखते हैं। इसलिए यह एक स्वस्थ विकल्प भी होता है।
3. Red Gram, Pigeon pea – अरहर
अरहर दाल भारत में एक लोकप्रिय दाल है जो उच्च प्रोटीन और उर्वरक के साथ-साथ फाइबर, आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम और विटामिन सी से भरपूर होती है। यह दाल भारत में सभी राज्यों में खाई जाती है और इसके विभिन्न प्रकार उपलब्ध होते हैं।
अरहर दाल को भारतीय खाने की सबसे पसंदीदा दालों में से एक माना जाता है। इसे आमतौर पर दाल और चावल के साथ सेव किया जाता है, और इसे सब्जी, सूप या उपमा के रूप में भी तैयार किया जाता है। इसके अलावा, इसे प्रसिद्ध अरहर की दाल का हलवा भी तैयार किया जाता है जो दूध, घी और चीनी के साथ तैयार किया जाता है।
4. Moth dal, Turkish gram – मोठ की दाल
मोठ दाल एक प्रकार की दाल होती है जो भारत के उत्तरी भागों में खास तौर पर उपयोग में लाई जाती है। इस दाल में पौष्टिक तत्व जैसे कि प्रोटीन, विटामिन और फाइबर मौजूद होते हैं।
मोठ दाल को सूखे या भिगोकर तैयार किया जाता है। इसे पानी में उबालकर या प्रेशर कुकर में भी बनाया जा सकता है। यह दाल मटर की तरह फूलती है और स्वाद में थोड़ा मीठा होती है। मोठ दाल को ताजा हरी मिर्च, जीरा, धनिया पाउडर और हल्दी के साथ तलकर तैयार किया जाता है। इसे रोटी, चावल या फिर इसके साथ परांठा, समोसा या कचौड़ी के रूप में भी परोसा जाता है। मोठ दाल की खिचड़ी भी बहुत लोकप्रिय व्यंजन होती है।
5. Lentil, Red Lentil – मसूर
मसूर दाल एक प्रकार की दाल होती है जो पौष्टिक और स्वादिष्ट होती है। इसे सूखी और भिगोकर बनाया जाता है। मसूर दाल में प्रोटीन, विटामिन, खनिज और फाइबर होते हैं, जो एक स्वस्थ आहार के लिए बहुत अच्छे होते हैं।
मसूर दाल को ताजा हरी मिर्च, जीरा, धनिया पाउडर और हल्दी के साथ तलकर तैयार किया जाता है। इसे रोटी या चावल के साथ या फिर इसके साथ परांठा, समोसा या कचौड़ी के रूप में भी परोसा जाता है। मसूर दाल की खिचड़ी भी बनाई जाती है जो एक पौष्टिक और सत्त्वपूर्ण व्यंजन होता है।
6. lack-eyed pea, cowpea – लोबिया
लोबिया, जो फ़्रेंच और स्पैनिश भाषाओं में किडनी बीन के नाम से भी जानी जाती है, एक प्रकार की फलीय दाल होती है। यह अमेरिकी महाद्वीप में उत्पादित की जाती है लेकिन अब यह पूरी दुनिया में बहुत लोकप्रिय हो गई है। लोबिया फाइबर, प्रोटीन, विटामिन और खनिजों से भरपूर होती है जो सेहत के लिए बहुत अच्छी होती है।
लोबिया को उबाल कर और फिर उसमें मसालों के साथ तला जाता है। इसे सलाद, चाट या कचौड़ी के रूप में भी परोसा जाता है। इसके अलावा, लोबिया की सब्जी और लोबिया की खिचड़ी भी बनाई जाती हैं। लोबिया की सब्जी में टमाटर, प्याज, हरी मिर्च और मसाले जैसे मुख्य सामग्री होते हैं। इसे रोटी या चावल के साथ खाया जाता है।
7. Sago – साबूदाना
साबूदाना (Tapioca) या सेगो कई रूपों में खाया जाता है जैसे कि चिप्स, पपड़ी, खीर, पुड़िंग आदि। साबूदाना बनाने के लिए टापियोका मूल के बीजों को उबालकर पीस लिया जाता है और उससे गांठित गोले बनाए जाते हैं। यह गोले नरम होते हैं और जब उन्हें पानी में उबाला जाता है तो वे अपने आकार में बढ़ जाते हैं।
साबूदाना अनेकों खानों में उपयोग किया जाता है जैसे कि खीर, समोसे, थायलैंड के पोखरी की तरह कई विभिन्न व्यंजनों में इस्तेमाल होता है। साबूदाना ग्लूटेन मुक्त होता है, इसलिए यह वे लोग जो ग्लूटेन से पीड़ित होते हैं उन्हें भी खाने के लिए उपयुक्त होता है।
8. Kidney Beans, Beans – राजमा
राजमा या किडनी बीन एक फलीय सब्जी है जो उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में पायी जाती है। यह सूखे राजमा और ताजे राजमा दो तरह से उपलब्ध होते हैं। सूखे राजमा को भिगोकर और उबालकर बनाया जाता है, जबकि ताजे राजमा को उबालकर बनाया जाता है।
राजमा को अक्सर सब्जी या सलाद के रूप में प्रयोग किया जाता है। यह फुले हुए मसलेदार और ताजे अदरक, प्याज, लहसुन, टमाटर और धनिया से बनी मसालेदार ग्रेवी में पकाकर भी बनाया जा सकता है। राजमा में पौष्टिक फाइबर, प्रोटीन, कैल्शियम, आयरन और विटामिन बी का भरपूर मात्रा मौजूद होता है।
9. Black lentils, Black gram – उड़द की दाल, काली दाल
उड़द की दाल एक फलीय दाल होती है जो अक्सर दक्षिण एशिया, अफ्रीका और करीबियों में पाई जाती है। उड़द की दाल बहुत ही पौष्टिक फलीय पदार्थ होती है जो प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, विटामिन, खनिज और फाइबर से भरपूर होती है।
उड़द की दाल को धोकर और उबालकर बनाया जाता है और इसे बहुत सारे विभिन्न तरीकों से खाया जा सकता है। उड़द की दाल दाल मखनी, उड़द की दाल की खिचड़ी, उड़द की दाल की तड़का दाल और उड़द की दाल के पकोड़े जैसी विभिन्न व्यंजनों में प्रयोग की जाती है। इसके अलावा, इसे गुड़ और दही के साथ मिलाकर भी खाया जाता है जो दक्षिण एशियाई व्यंजनों में लोकप्रिय होते हैं।
Verdict
आशा करते है ये पोस्ट जो types of pulses पे है आपके लिए जरुर उपयोगी होगा| अगर आपको इनके बारे में और भी अधिक जानकारी चाहिए तो आप हमारा recipe वाली केटेगरी विजिट कर सकते है वहा आपको दालो के बनाने के विभिन्न तरीको के साथ और भी रोचक जानकारिया मिलेगी| अगर आपको ये पोस्ट पसंद आये तो ये जरुर शेयर करे|